SUMIT SHEORAN

Digital Marketing Kya Hai|और Digital Marketing in Hindi.

by | Apr 12, 2020 | Blogs

दोस्तों शायद आपने इससे पहले कई अन्य आर्टिकल्स भी पड़े होंगे जहां डिजिटल मार्केटिंग को केवल इंटरनेट से जुड़ा हुआ बताया गया होगा। या फिर आपने यह भी सुना होगा या इंटरनेट पर देखा होगा की डिजिटल मार्केटिंग की सहायता से लोग लाखो कमा रहे है। क्या वास्तव में ऐसा कुछ है या फिर आपको गुमराह करने की कोशिस की जा रही है?

इस आर्टिकल में हम ”Digital Marketing Kya Hai” इस पर विस्तार से चर्चा करेंगे? दोस्तों जानकारी बहुत ही सरल भाषा में होने के कारण आर्टिकल थोड़ा लम्बा हो सकता है लेकिन आपके हर सवाल का जवाब यहां आपको मिल जाएगा ।

मैं Sumit Sheoran स्वयं Blogger and A Digital Marketing Professional आज आप लोगो के हर सवाल का जवाब इस आर्टिकल में देने की कोशिस करूँगा। और यदि आपको डिजिटल मार्केटिंग से रिलेटेड किसी भी प्रकार की सहयता की जरुरत है तो हमारी वेबसाइट sumitsheoran.com पर जाकर बेझिजक हमसे कॉन्टेक्ट कर सकते है।

इसमें मैं आपको यह भी बताऊंगा कि हम इसे प्रक्टिकली किस तरह कर सकते है, कौन-कौन सी चीजे होती है तथा कहा से आपको पढ़ना चाहिए या फिर आपका कोई भी बिज़नेस है तो इसे कैसे अप्लाई करे।

तो चलिए जानते है कि Digital Marketing Kya Hai –

आपके सवाल का जवाब ”हां” है दोस्तों, सच में लोग डिजिटल मार्केटंग की सहयता से लाखो कमा रहे है।

डिजिटल मार्केटिंग क्या है?

एक साधारन भाषा में बात करे तो डिजिटल मार्केटिंग दो अलग-अलग शब्दो से मिलकर बना है। डिजिटल खासतौर पर Electronics Devices के द्वारा प्रयाग में लाइ जाने वाली एक तकनीक होती है, और मार्केटिंग का अर्थ तो आप समझते ही है जो हम आमतौर पर देखते है यह भी व्ही marketing है। अन्य शब्दो में कहे तो –
डिजिटल संसाधनों/चैनल्स के द्वारा किये जानने वाले विज्ञापन को ही डिजिटल मार्केटंग कहते है।  या

किसी भी प्रकार के उत्पाद या सेवाओ का विज्ञापन विद्युतीय चालक संसाधनों द्वारा उपभोक्ताओ तक पहुंचना ही डिजिटल मार्केटिंग कहलाती है।

digital marketing kya hai

अब थोड़ा और गहराई में जानने की कोशिस करते है की Digital Marketing Kya Hai?
दोस्तों यहा मै आप लोगो को थोड़ा निचे चलकर हमारे रोजमर्रा के जीवन से जुड़े उद्धरणों से समझने की कोशिस करंगा इसीलिए थोड़ा ध्यान से पढ़ना  और समझने की कोशिस करना।

सबसे ऊपर की पंक्ति में मैंने एक बात कही की डिजिटल मार्केटंग केवल इंटरनेट के माध्यम से ही नहीं बल्कि और भी बहुत सारे तरीके है जिनके माध्यम से ऐसा किया जाता है।

इसका एक प्रमाण यह है की इंटरनेट की शुरुआत 1980-90 के अंत में हुई लेकिन इससे पहले रेडियो का आविष्कार Guglielmo Marconi द्वारा 18वी सदी के अंत तक किया जा चुका था तो उस वक्त भी डिजिटल मार्केटंग की जाती थी लेकिन उस समय लोगो को इसका ज्ञान न के बराबर था लेकिंन इसके विपरीत वर्तमान समय में इंटरनेट की सहयता से एवं डिजिटल चेन्नल्स के द्वारा डिजिटल मार्केटिंग ने विशालकाय रूप धारण कर लिया है |

डिजिटल मार्केटिंग दो प्रकार की होती है।

  1. ऑफलाइन या इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल मार्केटिंग
  2. ऑनलाइन डिजिटल मार्केटंग

निचे चलकर इन दोनों के बारे में विस्तार से जानेंगे। लेकिंन इससे पहले जैसा की मैंने कहा था की मैं आपको कुछ रोजमर्रा की जिंदगी के उद्धरण देकर समझाऊंगा। तो यह मै एक उद्धरण पेश करता हु थोड़ा ध्यान से पढियेगा –

दोस्तों आजकल के समय में हर किसी के पास एक बड़ी स्क्रीन का मोबाइल फ़ोन तो होता ही है। तो ऐसे में जब आप कहीं भी सफर पर जाते है तब आप लोगो ने खुद महसूस किया होगा की आप अपना अधिकतर वक़्त मोबाइल प्रयोग करने में लगाते है। जिससे की आपका बाहर के दृश्ये से सम्पर्क बिलकुल टूट जाता है।

या अगर हम बात करे आजकल के समय की Luxary cars की तो उनमे तो आपको सीट के सामने एक बड़ी डिस्प्लै होती है आप जब भी उसमे सफर करते है तो अपना अधिकतर समय उस पर व्यतीत करते है। जिससे की बिच रस्ते में आने वाली चीजों से आपका कनेक्शन बिलकुल टूट जाता है। शायद

मैं सही कह रहा हु। अगर आप भी ऐसा करते है तो निचे कमेंट में अपना अनुभव साझा कर सकते है।

ऐसे में दोस्तों आपके लिए उन विज्ञापन पोस्टरों का कोई महत्व नहीं रहता या अगर आपका भी कोई बिज़नेस है तो आपने भी पोस्टरों का उपयोग किया होगा लेकिन हकीकत यही है की आपके उन पोस्टरों का प्रभाव उपभोक्ताओं पर दिन भर दिन काम होता जा रहा है, इसका कारण यही है।

और इस समय में इंटरनेट इतनी तेजी से बढ़ रहा है की आने वाले समय में इन पोस्टरों का का महत्व बिलकुल समाप्त हो जायेगा।

इसीलिए लोगो ने अपने बिज़नेस को ऑनलाइन सेट उप करके डिजिटल चैनल्स के द्वारा आपने उपभोक्ताओं को विज्ञापन दिखाना शुरू कर दिया है। जिसे हम लोग डिजिटल मार्केटंग के नाम से जानते है।

तो दोस्तों इसी बात से आप लोग समझ गए होंगे की डिजिटल मार्केटिंग का आने वाले समय में कितना महत्व है। और हां दोस्तों महत्व ही नहीं बल्कि यह पोस्टरों के माध्यम से किये जाने वाले विज्ञापनों का वजूद ही समाप्त कर देगा।
इसी बात से आप अंदाजा लगा सकते है की आने वाले समय में डिजिटल मार्केटिंग के फील्ड में कितना स्कोप है।

अब हम चर्च करते है ऑफलाइन या इलेक्ट्रॉनिक्स डिजिटल मार्केटिंग की –

Offline/Electronics Digital Marketing –

मैंने यहां ऑफलाइन के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक्स शब्द का प्रयोग किया है ऐसा क्यों? तो देखिये दोस्तों ऐसा क्यों क्योकि ऑफलाइन डिजिटल मार्केटिंग तो आप भी जानते है की साधारण पोस्टर के द्वारा की जाने वाली ऑफलाइन मार्केटंग होती है।
लेकिन इसके साथ-साथ आप लोगो ने यह भी देखा होगा की उन में से कई पोस्टर्स होते है जो विधुत की सहयता से काम करते है जैसा की निचे चित्र में देख सकते है –

digital marketing kya hai

जैसा की आप चित्र में देख पा रहे है यह बहुत सारे इलेक्ट्रॉनिक्स पोस्टर लगे है इसी को ऑफलाइन/इलेक्ट्रॉनिक्स डिजिटल मार्केटंग कहते है।

अब हो सकता है की आपके दिमाग में एक सवाल और उठ रहा होगा की सामान्य पोस्टर में और डिजिटल पोस्टर में भला क्या फर्क है, तो शायद आप गलत है, मैं यहां एक बड़े बाजार की बात कर रहा हु।

एक बात आप खुद सोचकर देखिये की आज के समय में हर कोई इतना व्यस्त रहता है की उसे पूरा दिन अपने काम से फुर्सत नहीं मिलती तो वह कहीं भी घूमने नहीं निकलता तो वह श्याम के समय या रात के समय निकलता है।

जिसके कारण आपने भी देखा होगा की श्याम को बाजार में निकलता है जिस समय आपके साधरण पोस्टर का वजूद बिकुल समाप्त हो जाता है। इसीलिए एक बड़े बाजार में ऑफलाइन डिजिटल मार्केटिंग बहुत बड़ी भूमिका निभाती है।

Online Digital Marketing 

ऑनलाइन डिजिटल मार्केटिंग में हम लोगो को डिजिटल चैनल्स जैसे की फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, लिंकेडीन, ट्विटर, ईमेल मार्केटिंग इत्यादि का प्रयोग करते है।
ऑनलाइन डिजिटल मार्केटिंग की 7 बड़ी मुख्य श्रेणियाँ है –

  1. SEO(Search Engine Optimization)
  2. SEM (Search Engine Marketing)
  3. SMM(Social Media Marketing)
  4. Content Marketing
  5. Pay-Par-Click Advertising
  6. Affiliate Marketing
  7. Email Marketing

#1. SEO(Search Engine Marketing) –

एसईओ सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के लिए होता है , जो ऑर्गेनिक सर्च इंजन परिणामों के माध्यम से आपकी वेबसाइट पर यातायात की मात्रा और गुणवत्ता बढ़ाने का अभ्यास है ।

यहाँ पर लिखा है की यातायात की गुणवत्ता, इससे क्या अभिप्रय है? तो इसे हम एक उद्धरण की सहायता से समझने की कोशिस करते है। मान लेते है की किसी भी एक सर्च इंजन(जैसे गूगल) पर एक किसान है जो एप्पल बेचता है और एक एप्पल की कंपनी है जो स्मार्टफोन्स बनाती है।

तो हमे अगर स्मार्टफोन चाहिए तो हम सर्च करते है, गूगल अपने आप हमे किसान के पास न लेजाकर एप्पल स्मार्टफोन दिखाए गा। ऐसा केवल SEO के माध्यम से संभव होता है। इसीलिए SEO एक ग्राहक को सही जानकारी, जो वह चाहता है, तक पहुंचाने में मदद करता है। और इसी तरह का सही ट्रैफिक उस वेबसाइट के लिए गुणवत्ता का ट्रैफिक कहलाता है।

अब बात करते है की यातायात की मात्रा की। मात्रा से अभिप्राय आपकी वेबसाइट पर क्लिक करने वाले या विज़िटर्स की संख्या को ट्रैफिक की मात्रा कहते है।

SEO की सहयता से आप अपने किसी भी कीवर्ड को बिना किसी अन्य खर्च के सर्च इंजन में सबसे ऊपर रैंक करवा सकते है। इस प्रकार से वेबसाइट पर आने वाले ट्रैफिक को आर्गेनिक ट्रैफिक कहते है।

SEO को करने के दो तरीके होते है।

  1. On Page SEO.
  2. Off Page SEO.

दोस्तों यहाँ आपको अभी और ज्यादा जानने की कोई आवस्य्क्ता नहीं है जब आप डिजिटल मार्केटिंग सीखोगे तब आपको जानने की आवस्य्क्ता है ।

#2. SEM(Search Engine Marketing)

डिजिटल मार्केटिगं के मुख्य एवं प्रभावशाली तरीको में से एक है। हर प्रकार का ऑफलाइन बिज़नेस आज बहुत जल्दी ग्रो करने के लिए सर्च इंजनस का सहारा ले रहा है, चाहे हम ऑफलाइन एजुकेशनल इंस्टीटूट्स की बात करे या फिर अन्य किसी बिज़नेस की। ये सभी आपने बिज़नेस का विज्ञापन करने के लिए सर्च इंजिन्स का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करते है।

आपकी जानकारी के लिए बता दू कि सर्च इंजिन्स हम उस प्लेटफॉर्म को कहते है जहा हम किसी भी प्रकार कि जानकारी प्राप्त करते है। कुछ सर्च इंजिन्स जैसे कि Google, Bing, Yahoo, Baidu, DuckDuckGo, Ask.com |

शायद आप लोगो ने इससे पहले गूगल के अलावा किसी अन्य Search Engine का नाम नहीं सुना होगा। ये अन्य सभी भी सर्च इंजन ही है। लेकिन पुरे वर्ल्ड में लगभग 96% गूगल का प्रयोग करते है। इसीलिए search engine marketing में गूगल अहम भूमिका निभाता है।

digital marketing kya hai

यहां मैं Search Engine Marketing का एक नमूना पेश कर रहा हु जिसके माध्यम से आप लोग समझ सकते है कि यह किस तरह होत|

यहां मैंने केवल डिजिटल मार्केटिंग सर्च किया था लेकिन जैसा कि आप लोग चित्र में देख पा रहे है कि यहां आपको दो रिजल्ट्स बेस्ट डिजिटल मार्केटंग इंस्टीटूट्स के दिख रहे है और एक बात अगर आप लोगो ने नोटिस कि हो तो यहां लाल बॉक्स में आपको ‘Ad’ लिखा हुआ दिख रहा है, क्या आप इसका मतलब जानते है?

तो दोस्तों यही सर्च इंजन मार्केटंग है। इन्होने गूगल को यहां अपनी add दिखने के लिए गूगल को पैसे दिए हुए है जिससे कि गूगल एक निश्चित समय के लिए इनकी ऐड को दिखाए गा। और यहां से ये लोग बहुत अच्छा बिज़नेस कर रहे है। ऐसा ही आप लोग भी आपने बिज़नेस के लिए कर सकते है।

#3. Social Media Marketing –

सोशल मीडिया मार्केटिंग का इस्तेमाल आजकल किसी भी ब्रांड बनाने या अन्य कोई ऑफलाइन बिज़नेस को ग्रो करने के लिए सबसे उत्तम साधन माना जाता है। क्योकि यहां आपको बहुत ज्यादा मात्रा में ट्रैफिक कि प्राप्ति होती है जिससे कि आपके बिज़नेस के ग्रो होने के चांस अन्य प्लैटफॉर्म्स से अधिक हो जाते है।

सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स जैसे कि Facebook, Instagram, Whatsapp, Truecaller, Wechat, LinkedIn, TikTok, Twitter, Tumblr, Skipe, Snapchat इत्यादि बहुत सारे प्लैटफॉर्म्स है, जिनके बारे में शायद आप जानते भी नहीं होंगे लेकिंन लोग इनकी सहयता से लाखो कि कमाई कर रहे है। क्या आप जानते है कि लोग Truecaller पर भी विज्ञापन करके आपने ब्रांड को बढ़ावा दे रहे है।

अब मैं आपको एक उधारण के साथ समझने कि कोसिस करता हु। अगर हम बात करे पुरे संसार कि जनसंख्या कि तो वह लगभग 7.8 बिलियन है लेकिन केवल फेसबुक पर लगभग 4 बिलियन Users है। इसी बात से आप अंदाजा लगा सकते है कि सोशल मीडिया का यह प्लेटफॉर्म कितना पावरफुल है।

फेसबुक पर बिज़नेस ग्रो करने का एक नहीं बल्कि बहुत सारे तरिके है जिनमे से कुछ को आप फ्री में आजमा सकते है तथा कुछ में पैसे कि जरुरत होती है लेकिन यहां आपको बहुत कम पैसे में ज्यादा फायदा होता है।

यदि हम फ्री कि बात करे तो आप अपने बिज़नेस से सम्बंधित फेसबुक पेज बनाकर या फिर आप फेसबुक ग्रुप बनाकर ग्रो कर सकते है। लेकिन इसमें आपको थोड़ा समय लग सकता है।

इसके विपरीत आप फेसबुक एड्स कम्पैन चलाकर भी ग्रो कर सकते है लेकिन इसके लिए आपको कुछ पैसा खर्च करना पड़ता है। लेकिन यह आपको तुरंत रिजल्ट प्रदान करता है। यह चीज इस बात पर भी निर्भर करती है कि आपकी एड्स कम्पैन कि रणनीति कैसी है। इसीलिए आप एक अच्छे डिजिटल मार्केटर से अड़ कम्पैन चलाने में मदद ले तो बेहतर रहता है।

#4. Content Marketing –

कंटेंट मार्केटिंग भी डिजिटल मार्केटिंग का एक बहुत ही मुख्य स्तम्भ माना जाता है। क्योकि यदि आप जब भी किसी बिज़नेस को ऑनलाइन सेटअप करते है तो उसके बारे में इंटरनेट पर आपके द्वारा कंटेंट प्रोवाइड करना बेहद आवश्य्क है। लेकिन अब सवाल यह आता है कि कंटेंट क्या होता है या फिर कंटेंट कैसा होना चाहिए।

देखिये दोस्तों कंटेंट का मतलब यह नहीं कि आप एक लम्बी कहानी बनाकर लिख दे बल्कि कंटेंट का मतलब होता है कि जब भी कोई यूजर किसी चीज को सर्च करता है तो वह चाहता है कि उसे व्ही मिले जो वह चाहता है।

इसीलिए आपको कुछ ऐसा कंटेंट बनाकर डोलना होगा जो एक यूजर कि जरुरत को पूरी तरह से संतुस्ट कर सके। फिर चाहे वह कंटेंट किसी भी प्रकार यानि Audio, Vedio,या written कैसा भी हो।

#5. Pay-Par-Click – 

दोस्तों यह भी सर्च इंजन मार्केटिंग से मिलता जुलता है लेकिन इसमें फरक यह है कि जब भी कोई पाय-पर-क्लिक का उपयोग करता है तो इसमें जब कोई यूजर आपकी अड़ देखे गा और उस पर क्लिक करेगा तो इसके लिए आपको पैसा देना होगा। इसमें आप ही तय करते ही कि पर क्लिक कितना पैसा लगते है।

लेकिन दोस्तों यह भी बहुत ही कारगर साबित होती है यह आप एक बार जब आजमा कर देखोगे तो ज्यादा अच्छे तरिके से समझ पाओगे।

#6. Affiliate Marketing – 

Affiliate Marketing को हम बिलकुल साधारण भाषा में कहे तो यह एक तरिके से अन्य लोगो या कंपनी के उत्पादों को बढ़ावा देकर उनसे कमिशन कमाना है। आप जितना ज्यादा उनके उत्पादों को बढ़ावा देंगे आपको उतना ही मुनाफा होगा।

इसे मैं एक उद्धरण के माध्यम से समझाता हु कि जैसे आपको कभी भी कोई नया उत्पाद लेना होता है चाहे वह आप ऑफलाइन ले या ऑनलाइन लेकिन आप इसे एक बार गूगल पर जाकर जरूर सर्च करते है, तो जब आप सर्च करते है तो आपने देखा होगा कि वह बहुत सारे रिजल्ट्स होते है जिन में से कुछ ऑनलाइन स्टोर्स (अमेज़न, फ्लिपकार्ट इत्यादि) के चित्र सहित रिजल्ट दिखता है और जैसे ही आप उन पर क्लिक करते है तुरंत बाद आप उस ऑनलाइन स्टोर पर पहुंच जाते है। तो ऐसे में अगर आप वह से कुछ खरीदते है तो आप जिस वेबसाइट के द्वारा यहां आए थे उस वेबसाइट को कमिशन मिलता है जिसे हम एफिलिएट मार्केटिंग के नाम से जानते है।

#7. Email Marketing – 

ईमेल मार्केटिंग का इस्तेमाल मुख्यतः बड़ी कम्पनियो जेसे कि ऐमज़ॉन या फ्लिपकार्ट जैसी कम्पनिया बहुत ज्यादा करती है। आपने देखा होगा कि जब भी कोई ऑफर या सेल होती है तो आपके पास भी कभी न कभी मेल आया होगा, हम उसी ईमेल कि बात यहां कर रहे है। जिसे ईमेल मार्केटिंग कहते है।

यह थोड़ा मेहनत का कार्य होता है या फिर कहे कि इसमें ज्यादा समय कि आवस्य्क्ता होती है।इसका कन्वर्शन रेट बहुत ही काम होता है लेकिन देखा गया है कि इतना काम कन्वर्शन रेट होने के बावजूद भी कम्पनिया ईमेल मार्केटिंग कि सहायता से बहुत बड़ा रेवेनुए गेनेराते करती है।

काम कन्वर्शन रेट होने के कारण ही छोटे दुकानदार या व्यापारी इसका इस्तमाल बहुत काम करते है। वे इसके स्थान पर सोशल मीडिया को ज्यादा महत्व देते है। लेकिन बड़ी कम्पनियो के लिए यह बहुत ही कारीगर साबित होती है।

अब सवाल यह आता है कि आखिर हमारी मेल ईद उन्हें कहा से मिलती है? तो दोस्तों जब भी आप किसी वेबसाइट पर जाते है तो कई बार वह आपको अपनी मेल ईद देनी पड़ती है। बस यही से ये लोग आपको टारगेट करना सुरु कर देते है।

लेकिन दोस्तों डिजिटल मार्केटिंग में ईमेल मार्केटिंग एक बहुत बड़ा रोले प्ले करती है।

इ-कॉमर्स बिज़नेस जो डिजिटल मार्केटिंग का बहुत बड़ा हिस्सा है? जानिये –

ईकॉमर्स मार्केटिंग अपने ऑनलाइन स्टोर पर ट्रैफ़िक चलाने के लिए प्रचार रणनीति का उपयोग करने, उस ट्रैफ़िक को भुगतान करने वाले ग्राहकों में परिवर्तित करने और उन ग्राहकों को खरीदारी के बाद बनाए रखने का अभ्यास है ।

आपके सवाल (Digital Marketing Kya Hai)का एक बहुत बड़ा हिस्सा है।

यहां हम चार प्रकार के इ-कॉमर्स बिज़नेस कि बात करेंगे, तो चलिए जानते है –

B2B (Business to Business) –

B2B में व्यापारिक कम्पनिया अपने से छोटी कंपनियों या व्यापारिओं के साथ बिज़नेस करती है। इस तरह कि मार्केटिंग में कम्पनिया सीधे कस्टमर्स के पास न जाकर छोटे व्यापारिओं को अधिक मात्रा में सामान उपलब्ध करवती है।

B2B बिज़नेस का ही एक उद्धरण है ”Alibaba”। शायद नाम भी सुना होगा आपने। यह एक बहुत बड़ा B2B बिज़नेस का उधारण है। अब आप सोच रहे होंगे कि यह B2B कैसे है?

तो दोस्तों आप एक बार Alibaba.com वेबसाइट पर जाकर चेक करना, वहां आपको हर प्रोडक्ट का रेट बाजार रेट से आधे से भी काम मिलेगा। ऐसा क्यों?

दोस्तों अलीबाबा जो रेट दिखाता है तो वहां लिख होता है कि आपको काम से काम इतने प्रोडक्ट खरीदने होंगे तभी आपको यह प्रोडक्ट इस रेट में मिलेगा। यहां पर होलसेल कि तरह बहुत अधिक सामान खरीदना पड़ता है जिससे कि यहां उत्पाद कि कीमत कम होती है। इसीलिए यह अन्य व्यापारिओं को थोक के भाव में अधिक सामान प्रदान करवाता है। यह एक बिज़नेस से दूसरे बिज़नेस के साथ डील होती है। जिसके कारण इसे B2B(Business to Business) कहते है।

B2C(Business to Customer) –

B2C का बिज़नेस तो जो आप लोग हर रोज देखते है या ऑनलाइन कि बात करे तो आप ने कभी ऐमज़ॉन या फ्लिपकार्ट से सामान मंगवाया होगा तो ऐसे में आप कस्टमर है और ऐमज़ॉन/फ्लिपकार्ट बिज़नेस। इसे ही B2C कहते है।

C2B(Customer TO Business) – 

जिस प्रकार ऑनलाइन सामान खरीदने कि वेबसाइट (ऐमज़ॉन/फ्लिपकार्ट) होती है बिलकुल इसी प्रकार ऑनलाइन सामान बेचने कि भी वेबसाइट होती है। वे हर प्रकार का सामान खरीदते है जैसे ओल्ड स्मार्टफोन्स, टीवी, लैपटॉप इत्यादि हर चीज आप ऑनलाइन बेच भी सकते है। जिसे हम डिजिटल मार्केटिंग में C2B बिज़नेस कहते है।

C2C(Customer to Customer) – 

V2C एक ऐसा बिज़नेस है दोस्तों जिसमे दो कस्टमर्स ही ऑनलाइन आपस में सामान का लेन-देन करते है। इसा सबसे बड़ा उदहारण है OLX । यहां पर C2C ऑनलाइन मार्केटिंग होती है।

अब चर्चा करते है कि डिजिटल मार्केटिंग में फ्यूचर स्कोप केसा है –

तो इसमें कोई दो राय नहीं है कि आने वाला समय पूरी तरह से डिजिटल मार्केटिंग का ही है। और न कभी इंटरनेट बंद हो सकता। तो दोस्तों अब वो समय आ गया है जब हर कोई डिजिटल मार्केटिंग कि सहयता से आपने बिज़नेस को और बड़ा करने कि जद्दोजेहद में लगा हुआ हुआ है ऐसे मैं आप खुद अंदाजा लगा सकते है कि डिजिटल मार्केटिंग आने वाले समय में पैसा कमाने कि कितने और रस्ते भी प्रदान करेगी। इसके विपरीत ट्रेडिशनल मार्केटिंग का वजूद समाप्त होता जा रहा है।

तो अब आप लोग खुद ही समाज गए होंगे कि Digital Marketing kya hai और यह हमारे लिए उपयोगी है या नहीं, और अगर है तो किस प्रकार है?

इन्ही सब्दो के साथ मैं अपने विचारो को विराम देता हु, Digital Marketing Kya Hai से सम्बंदित यह जानकारी अच्छी लगे तो निचे कमेंट बॉक्स में आपने कमेंट जरूर करे। ताकि हम इसी तरह और भी जानकारी से परिपूर्ण आर्टिकल लिखते रहे।

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